अंतिम सलामी: Dhiraj kumar (1944–2025) – एक बहुप्रतिभा की विदाई

एक युग का अंत: अभिनेता‑निर्माता धीरज कुमार जी का निधन 

धीरज कुमार ने अभिनय, निर्माण और निर्देशन—तीनों क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया। उन्होंने टीवी धारावाहिकों और फिल्मों को समाज एवं धर्म के महत्व से जोड़ा, और उनकी कंपनी Creative Eye ने आध्यात्मिक-लोकप्रिय धारावाहिकों को मजबूत किया, जो अनेक दर्शकों के दिल में बसे।

उनकी कला, सादगी और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। उनके जाने से हिंदी फिल्म और टीवी उद्योग में एक महत्वपूर्ण अध्याय बंद हुआ है।

आज  15 जुलाई 2025 को वरिष्ठ अभिनेता, निर्देशक और निर्माता Dheeraj Kumar (धीरज कुमार) का निधन हो गया। वे 79 वर्ष के थे और मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में  आज निमोनिया और कार्डियक अरेस्ट से जूझते हुए  उनका स्वर्गवास हो गया। 

करियर और योगदान



धीरज कुमार ने 1965 में टैलेंट शो  से अपनी शुरुआत की थी।  उन्होंने ने अपने कला और मेहनत के दम पर बॉलीवुड में अपना कर्रिएर  की। आज इस महँ हस्ती की मृत्यु पर पूरा बॉलीवुड शोकाकुल है। 
अभिनय:‘सरगम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘हीरा पन्ना’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘रातों का राजा’, ‘स्वामी’, जैसी हिंदी फिल्मों के साथ ही उन्होंने कई  पंजाबी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई 


संक्षेप में

  • जन्म1 अक्टूबर 1944
    निधन15 जुलाई 2025, कोकिलाबेन अस्पताल, मुंबई
    उम्र79 वर्ष
    मुख्य योगदानफिल्मों में अभिनय, धार्मिक-पौराणिक टीवी धारावाहिक निर्माण, पैन्याबी फिल्मों में अभिनय

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